कोरोना के कारण हो सकती है थायरॉयड संबंधी ये गंभीर बीमारी, जनिए इसके बारे में...
सेहतराग टीम
कोरोना वायरस पर हुए कई शोधों या अध्ययन सामने आ चुका है कि कोरोना के कारण कई समस्याएं होने लगती हैं, जैसे कि कोरोना की वजह से कई और गंभीर रोग होने का खतरा रहता है। अब हाल के ही अध्ययन में सामने आया है कि कोरोना के कारण थायरॉयड ग्रंथि में सूजन जैसे मामले देखने को मिल रहे हैं। हालांकि यह थायरॉयड में सूजन वाली सामान्य बीमारी से अलग है। विशेषज्ञों ने इसे एटिपिकल थायरॉयड इंफ्लामेशन के रूप में प्रस्तुत किया है। यह अध्ययन इंडोक्रइन सोसाइटी की सालाना मीटिंंग के दौरान पेश किया गया।
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विशेषज्ञों ने पाया कि अध्ययन में शामिल एक तिहाई प्रतिभागियों में बीमारी से ठीक होने के करीब तीन महीनों के बाद तक थायरॉयड इंफ्लामेशन के लक्षण देखने को मिल रहे हैं। इन रोगियों के थायरॉयड ग्रंथि की कार्यप्रणाली सामान्य हो चुकी है। इस अध्ययन के दौरान विशेषज्ञ इस बारे में जानने की कोशिश कर रहे थे कि क्या इस प्रकार की सूजन के कारण रोगी को स्थाई तौर पर थायरॉयड की समस्या हो सकती है?
इटली स्थित यूनिवर्सिटी ऑफ मिलन की शोधकर्ता इलारिया मुलर इस अध्ययन में जानने की कोशिश कर रही थीं कि क्या अन्य दूसरे वायरस के कारण होने वाला थायरॉइडिटिस, सार्ससीओवी2 के कारण होने वाले थायरॉइडिटिस से अलग है? उन्होंने पाया कि थायरॉइडिटिस के सामान्य रोगियों की तुलना में सार्ससीओवी2 के कारण होने वाले थायरॉइडिटिस में गर्दन में दर्द नहीं होता है। इस बारे में जानने के लिए 53 रोगियों के साथ अध्ययन किया गया। प्रो. मुलर ने पाया कि इन करीब एक तिहाई लोगों का थायरॉइडिटिस फंक्शन तो सामान्य हो गया है लेकिन सूजन के लक्षण अब भी मौजूद हैं।
विशेषज्ञों की मानें तो ऐसे रोगियों को दवाओं के साथ जीवनशैली में कुछ बदलाव कर थायराइड ग्रंथि की सक्रियता पर नज़र बनाए रखनी चाहिए। इसके आलावा ऐसे रोगियों को धूम्रपान नहीं करना चाहिए। साथ ही नियमित रूप से स्वास्थ्य की जांच और योग के माध्यम से समस्याओं को नियंत्रित किया जा सकता है।
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